आज हम आपको एक बेहद ही खूबसूरत भजन कहां रखोगे बाबा हारो की अंसुवन धार लिरिक्स हिंदी में बताने जा रहे है। जो की बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध और विख्यात है, और अधिक मात्रा में लोगो के द्वारा पसंद भी किया जा रहा है। इस भजन के लिरिक्स बहुत ही मीठे,सरल और मन को भावुक करने वाले है। आप सभी से मेरी आशा है की आपको भी कहां रखोगे बाबा हारो की अंसुवन धार लिरिक्स पसंद आएँगे जो की नीचे दिये जा रहे है।
कहाँ रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार,
कहां रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार ||
हारो की आँखे कभी,
थकती नहीं है,
अंसुवन की धारा कभी,
रुकती नहीं है,
उनकी पलको में तो,
सावन है कई हजार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार,
कहां रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार ||
गीली गीली जो है तेरी,
चौखट ये दानी,
गोर से देखो वो है,
अँखियो का पानी,
रोते है सब हारे,
आकर तेरे ही द्वार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार,
कहां रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार ||
हारो का दर्द उनके,
दिल के फ़साने,
या तो वो हारा जाने,
या तू ही जाने,
तुम ही तो सुनते बाबा,
हारो की करुण पुकार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार,
कहां रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार ||
बेमोल निकले ‘सोनू’,
आंसू संसार में,
कीमत तो देखी उनकी,
तेरे दरबार में,
यहाँ तो आंसू से ना,
बड़कर कोई उपहार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार,
कहां रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार ||
कहाँ रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार,
कहां रखोगे बाबा,
हारो की अंसुवन धार,
तेरा श्याम कुण्ड भी छोटा,
पड़ जायेगा सरकार ||
खाटू वाले श्याम भजन से सबंधित अन्य भजन भी निचे दिए गए हैं जो की आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें।