आध्यात्मिक गुरु कृपालु महाराज का गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है । वह 91 वर्ष के थे। उन्हें गंभीर हालत में इलाहाबाद से गुड़गांव लाया गया था। उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। कृपालु महारक यूपी के प्रतापगढ़ में स्थित अपने आश्रम की छत से गिर जाने के कारण उनके मष्तिष्क में चोट लगी थी। फिर वह कोमा में चले गए।
चिकित्सालय में उनका ब्रेन का ऑपरेशन भी किया गया था। परन्तु वह ज्यादा दिन जीवित नहीं रह सकें। वह जगदगुरु कृपालु परिषद के संस्थापक एवं संरक्षक भी थे। उनकी संगठन के पांच मुख्य आध्यात्मिक केंद्र भी है। जिसमे से चार भारत में है और एक अमेरिका में स्तिथ है। कृपालु महाराज के बारे में एक ऐसा सच भी है जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। कृपालु महाराज अपने बेडरूम में अपनी शिष्याओं को दान में देते थे प्यार।
भारत में ऐसे कई संत भी हैं, जिन पर अपने धर्म के विरुद्ध जाकर आचरण करने का आरोप भी लग चुका है। खुद को कृष्ण का अवतार और चैतन्य प्रभु का अवतार एवं जगतगुरु बताने वाले विवादास्पद आध्यात्मिक गुरु कृपालु महाराज भी ऐसे ही आरोपों से घिरे रहने वाले ‘संत’ थे। उन पर महिलाओं से अभद्रता करने के आरोप भी लग चुके हैं।
कृपालु महाराज की एक शिष्या जिसक नाम केरेने जॉनसन है उसने ‘सेक्स, लाइज एंड टू हिंदू गुरुज: हाउ आई वॉज कॉन्ड बाई अ डैंजरस कल्ट’ नामक पुस्तक में कृपालु महाराज के आश्रमों के अंदर चल रही गतिविधियों एम वो खुद कृपालु महाराज के चरित्र से सम्बंधित कई प्रकार के संगीन आरोप भी लगाए हैं।
कृपालु महाराज की पूर्व की अमेरिकी एक शिष्या है जिसका नाम केरेन जॉनसन है उसका कहना है। कि उनका अपने पूर्व गुरु के यहां 15 वर्षो का तजुर्बा बहुत ही बुरा रहा। अपने बारे में केरेन ऐसा बताती हैं। ‘मैं जगदगुरु कृपालु परिषद संप्रदाय की सदस्य थी। मैं अमेरिका के ऑस्टिन शहर में जगदगुरु कृपालु परिषद आश्रम में 15 वर्षो तक रही।
पूर्व में इस आश्रम को बरसाना धाम भी कहा जाता था। जब मुझे ऐसा एहसास हुआ की मैं एक खतरनाक संप्रदाय से जुड़ चुकी हूं तो मुझे लगा कि इसकी पोल खोलना आवश्यक है। मैं शुरुआती दिनों में आध्यात्मिकता की तलाश कर रही एक मासूम युवती थी। परन्तु अब मैं इंसाफ चाहती हूं। मैं अब उन सभी लड़कियों एवं बच्चों के लिए लड़ना चाहती हूं जो की इन गुरुओं का शिकार बन रही है।
कृपालु महाराज की पूर्व अमेरिकन शिष्या केरेन जॉनसन का ऐसा कहना है कि उनके पूर्व गुरु की उनके बेडरूम की गतिविधियों की तीखी आलोचना भी होती है। केरेन के मुताबिक, ‘चूंकि कृपालू महाराज के भक्त उन्हें कृष्ण का अवतार मानते हैं। इसलिए उनका सेक्शुअल टच एवं अश्लील गतिविधि को ईश्वरीय प्रेम का उपहार एवं प्रेमदान माना जाता है।
यदि हम अनन्य सूत्रों की माने तो भारत देश में ऐसे कई साधु संत है। जो अपने धर्म एवं अपनी संस्कृति के विरूद्ध जाकर भी कुकृत्य करते है। जिनमे से अधिकतर मामले महिलाओ के साथ अभद्रता और अश्लीलता का पाया गया है।
ऐसे में आज हमारे देश में इस प्रकार की गंद फैला रखी है। जिसका असर हमारे समाज पर भी पड़ता है। संस्कृति का विनाश भी होता है। इस प्रकार की अश्लील गतिविधियो से अनन्य महिलाएं भी परेशान है। परन्तु लोग इन बाबाओं भगवान् का अवतार मानते है और इनकी हरकतों को उनका प्यार मानकर अश्लीलता है शिकार हो जाते है।
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