नमस्कार दोस्तों! आज हम खाटू श्याम भजन “जब भी तेरे भक्तों पे कोई संकट आया है लिरिक्स” हिंदी मैं आपका स्वागत हैं। हम आपके लिए लाए है खाटू श्याम भजन ,यहाँ आप भजन के नाम पर क्लिक करके उस भजन के पूरे लिरिक्स पढ़ सकते है और अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं। खाटू श्याम भजन जब भी तेरे भक्तो पे कोई संकट आया है लिरिक्स निचे दिया हुआ है।
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
उस संकट को हरने,
बाबा तू ही आया है।
श्री श्याम बहादुर जी,
दर्शन को आये जी,
दरबार तेरे के श्याम,
ताले बँधवाए थे,
वो मोर छड़ी बनकर,
तू ही तो आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
उस संकट को हरने,
बाबा तू ही आया है।
माँ के वचनो का श्याम,
तूने मान बढ़ाया था,
उस वचन के ख़ातिर तो,
ये शीश गंवाया था,
दानी तुम जैसा श्याम
कोई हो नहीं पाया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है।
रो रो रोकर जब भी श्याम,
मैंने तुमको बुलाया है,
तू खाटू से बाबा,
नीले चढ़ आया है,
चन्दन के अश्क़ों का,
तूने मौल बढ़ाया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है।
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
जब भी तेरे भक्तों पे,
कोई संकट आया है,
उस संकट को हरने,
बाबा तू ही आया है।
खाटू वाले श्याम भजन से सबंधित अन्य भजन भी निचे दिए गए हैं जो की आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.