आज हम आपको एक बहुत ही खूबसूरत और शानदार भजन बाबा श्याम के दरबार मची रे होली लिरिक्स हिंदी में बताने जा रहे है। जो की बहुत ही ज्यादा वायरल हो रहा है, और बहुत अधिक मात्रा में पसंद भी किया जा रहा है। इस भजन के लिरिक्स बहुत ही मधुर है। आपको भी इस भजन के लिरिक्स पसंद आएँगे जो की निचे विस्तार रूप से दिया गया है।
बाबा श्याम के दरबार मची रे होली,
बाबा श्याम के,
मची रे होली रे खेलांगा होली,
बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार मची रे होरी,
बाबा श्याम के ||
केमण लाल गुलाल उड़त है,
केमण केसर कस्तूरी,
बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार मची रे होरी,
बाबा श्याम के ||
सौमण लाल गुलाल उड़त है,
सौमण केसर कस्तूरी,
बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार मची रे होरी,
बाबा श्याम के ||
कित्ता रे बरस को यो कुंवर कन्हैयो रे,
कित्ता रे बरस की या राधा गोरी,
बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार मची रे होरी,
बाबा श्याम के ||
आठ बरस को यो कुंवर कन्हैयो रे,
सौलह रे बरस की या राधा गोरी,
बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार मची रे होरी,
बाबा श्याम के ||
बाबा श्याम के दरबार मची रे होली,
बाबा श्याम के,
मची रे होली रे खेलांगा होली,
बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार मची रे होरी,
बाबा श्याम के ||
खाटू वाले श्याम भजन से सबंधित अन्य भजन भी निचे दिए गए हैं जो की आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें।