[wpdreams_ajaxsearchlite]
  • Home ›  
  • शिव जी की आरती, “ॐ जय शिव ओंकारा” | Lord Shiva Aarti in Hindi |

शिव जी की आरती, “ॐ जय शिव ओंकारा” | Lord Shiva Aarti in Hindi |

शिव जी की आरती
September 27, 2021

आइये जानते है भगवान शिव की महिमा और शिव जी की आरती का उल्लेख – Shivji Ki Aarti

शिव , इस शब्द में स्वयं एक शक्ति है आइये शिव जी की आरती पढ़ने से पहले थोड़ा भोले नाथ के बारे में पढ़े ले। भगवान शिव जिसे शंकर जी भी कहा जाता है। त्रिदेव कहे जाने वाले ब्रह्मा , विष्णु , महेश ब्रह्माण्ड रचैयता कहलाते है। हाथ में डमरू , सर पर गंगा , गले में नाग धारी भगवान शिव की आरती करने वाले प्राणी का जीवन सदैव सुखमय और चिंता मुक्त रहता है। शिव जी के 108 नाम की महिमा भी अपरंपार है। शंकर , नीलकंठ , नंदी के प्रिय या महादेव आरण्य संस्कृति जो कई वर्षो बाद सनातन शिव धर्म (शैव धर्म) नाम से पहचानी जाती है में सबसे महान देवताओ में से एक है। देवो के देव महादेव का वर्णन जितना किया जाये कम है। आइये भगवान शिव की आरती का उल्लेख पढ़ते है

शिव जी की आरती हिंदी में – ( Bhagwan Shiv Ji Ki Aarti )

जय शिव ओंकारा ॐ

जय शिव ओंकारा।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा

– ॐ जय शिव ओंकारा

एकानन चतुरानन पंचानन राजे।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे –

ॐ जय शिव ओंकारा

दो भुज चार चतुर्भुज,  दस भुज अति सोहे ओ बाबा ।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे –

ॐ जय शिव ओंकारा

अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी –

ॐ जय शिव ओंकारा

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे –

ॐ जय शिव ओंकारा

कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता –

ॐ जय शिव ओंकारा

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका –

ॐ जय शिव ओंकारा

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी।
नित उठि सब भोग लगावत महिमा अति भारी –

ॐ जय शिव ओंकारा

त्रिगुण शिवजीकी आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे –

ॐ जय शिव ओंकारा

Lord Shiva Aarti In English

Om jai Shiv Omkara swami  Om jai Shiv Omkara|
Bhramha, Vishnu, Sdashiva, adaghi dhara|| Om Jai Shiv…

Ekanana, chaturanna, panchana raje|
hansanan, gharurasna, vrishvahan saje|| Om Jai Shiv…

Do bhuj char chatur bhuj – das bhuj ati sohe|
teeno rupa nirakhta, trivuban jaan mohe|| Om Jai Shiv…

Akshamala vana-mala, rudra-mala dhari|
chandan mirga maad sohe, bhole shubh kari|| Om Jai Shiv…

Shwetambar, pitambar, bhagambar ange|
sankadik, bhramhadik, bhootadik sanghee| Om jai Shiv…

Kar Men Madhya Kamandalu Chakra Trishool dharta|
Jagkarta Dukha harta, Jag Palankartaa || Om Jai Shiv…

Brahma, Vishnu, Sadashiv, Janat Aviveka|
Pranvakshar Ke Madhye, Yah Tinon Eka|| Om Jai Shiv…

Shiv  ji  Ki Aarti Jo Koi Nar Gave|
Kahat Shivanand Swami, Manvanchhit Phal Pave|| Om Jai Shiv…

Latet Updates

x
[contact-form-7 id="270" title="Call Now"]