होलिका दहन पूजन विधि – Holika Dahan Pujan Vidhi
- सर्वप्रथम होलिका दहन पूजन के लिए पूर्व या उत्तर दिशा की ओर अपना मुख(मुँह) करके बैठें।
- अब अपने इर्द -गिर्द (आस-पाश) जल की बूंदें छिड़कें।
- गोबर से होलिका और प्रहलाद की मूर्त बनाएं।
- थाली में रोली, कच्चा सूत, चावल, फूल, साबुत हल्दी, पताशे, फल और एक कलश जल रखें।
- नरसिंह भगवान जी का स्मरण करते हुए मूर्त पर रोली, मौली, चावल, पताशे और फूल को अर्पित करें।
- उसक पश्चात सभी सामान को लेकर होलिका दहन वाले स्थान पर ले जाएं।
- अग्नि जलाने से पूर्व अपना नाम, पिता का नाम व गोत्र का नाम लेते हुए अक्षत (चावल) उठाएं और भगवान श्री गणेशजी का स्मरण कर होलिका पर चावल अर्पित करें।
- इसके पश्चात प्रहलाद का नाम लीजिए और फूल चढ़ाएं।
- भगवान नरसिंह जी का नाम लेते हुए पांच अनाज को अर्पित करे।
- अब दोनों हाथो को जोड़कर अक्षत(चावल) हल्दी और फूल चढ़ाइएं।
- कच्चे सूत को हाथ में लेकर होलिका पर लपेटते हुए परिक्रमा(घूमे) कीजिए ।
- आखिर में गुलाल डालकर चांदी या तांबे के कलश से पानी चढ़ाएं।
- होलिका दहन के दौरान उपस्थित सभी लोगो को रोली का तिलक(टीका) लगाएं और शुभ शुभकामनाएं दीजिये।
होली पूजन सामग्री सूची – Holi Pujan Samagri
- प्रहलाद की मूर्ति,
- गोबर से बनी हुई होलिका,
- 5 या 7 प्रकार के अनाज (जैसे गेहूं, उड़द, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर)
- 1 माला, और अन्य 4 मालाएं (अलग से)
- रोली,
- फूल,
- कच्चा सूत,
- साबुत हल्दी,
- मूंग,
- पताशे,
- गुलाल,
- ताजा कवान,
- मिठाइयां,
- फल,
- गोबर से बनी ढाल
- बड़ी-फुलौरी,
- एक कलश पानी।
अन्य जानकारी :-