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domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init
action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in C:\inetpub\vhosts\astroupdate.com\httpdocs\wp-includes\functions.php on line 6114शिवरात्रि के भजन – महाशिवरात्रि 2023 आज पूरे विश्व में बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। महा शिवरात्रि का महत्व है, क्योंकि हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। महा शिवरात्रि का त्योहार फाल्गुन (फरवरी-मार्च) के महीने में आता है।
ऐसा माना जाता है कि हिंदू पौराणिक कथाओं और ज्योतिष शास्त्रों में विनाश के देवता भगवान शिव ने इस रात को संरक्षण, सृजन और विनाश का नृत्य किया था। नृत्य को तांडव के नाम से जाना जाता है। भगवान शिव और देवी पार्वती के भक्त इस त्योहार को व्रत रखते हैं और प्रार्थना करते हैं। वे शिव मंदिरों में जाते हैं और शिव लिंग को दूध, जल और फल चढ़ाकर पूजा करते हैं।
इसके अलावा, भक्त मंत्र ओम नमः शिवाय ’का जाप करते हैं, गाते हैं और शिव भजन सुनते हैं। अगर आप भी भगवान शिव के भक्त हैं, तो यहां कुछ शिव भजन हैं जो आपको सकारात्मक ऊर्जा से भर देंगे।
‘शिवोहम शिवोहम’- ‘मैं शिव हूँ और शिव मै’| शिव तत्त्व, चेतना का सदैव नव-नूतन अस्तित्व है| इसे गाते-गाते ही आप अनुभव भी करने लगते हैं, परन्तु अनुभव के बावजूद भी शांत बैठे रहें|
शम्भो अर्थात ‘सम्बोधन’; इसका अर्थ है -‘अद्भुत’| भो अर्थात ‘तुम /आप’; शं अर्थात कृपा, शांति, आनंद; शम्भो अर्थात ‘अद्भुत चेतना’|
ॐ नमः शिवाय – संस्कृत भाषा के ये पांच अक्षर पांच तत्वों को अभिव्यक्त करते हैं – पृथ्वी,जल,अग्नि, वायु और आकाश| ॐ अर्थात ‘ परमेश्वर जो व्यक्त संसार कि अव्यक्त अभिव्यक्ति है| मन, बुद्धि,स्मृति,अहंकार और आत्मा चेतना के अव्यक्त पहलू हैं| प्रतिदिन १०८ बार इस मंत्र का जाप करने से जीवन में शांति और आत्म-साक्षात्कार की प्राप्ति होती है|
शिव लिंगाष्टकम भगवान् शिव का अति पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है| ऎसी मान्यता है कि जो भी शिवभक्त शिव लिंगम के इस अष्टपदी का भावपूर्वक जप करते हैं वे निश्चित ही मोक्ष को (शिवलोक) को प्राप्त करते हैं|
श्री रुद्रम यजुर्वेद से लिया गया एक प्राचीन स्तोत्र है| यह एक अति महत्वपूर्ण एवं शक्तिशाली मंत्र है| यहाँ तक्क की जो भी होम / हवं किये जाते हैं उनमे रुद्रम का कुछ अंश अंश उच्चारित किया जाता है| रुद्रम कि एक विशेषता है कि यह सभी नकारात्मक दुर्गुणों से मुक्ति देता है|
यह स्तोत्र भगवान् शिव को समर्पित है| इसकी रचना हिन्दू भक्ति मार्गी संत तथा कवि तुलसीदास ने की थी| हिन्दू पुराणों के अनुसार यह भगवान् शिव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का एक शक्तिशाली तरीका है
यह सुंदर स्तोत्र भगवान् शिव को समर्पित है| ऐसा कहते हैं कि इसे सुनने से ही मनुष्य में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है|
भोले हाथ बढ़ाना गीत को पंजाबी गायक लखबीर सिंह लक्खा ने गाया है और इसका संगीत दुर्गा नटराज ने बनाया है।
90 के दशक की लोकप्रिय बॉलीवुड पार्श्व गायिका अनुराधा पौडवाल ने मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा के गीत को अपनी आवाज दी है। इसकी रचना दिलीप सेन-समीर सेन ने की है।
यह गाना फिल्म राज कपूर के सत्यम शिवम सुंदरम का है और बोलवुड की लता मंगेशकर ने गाया है। इस सदाबहार गीत के लिए लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने संगीत दिया है।
जटा तवी गीत महा शिवरात्रि के दौरान एक और लोकप्रिय गीत है। इसे कौशिक दास ने गाया है और सिद्धार्थ और हिमांशु ने संगीतबद्ध किया है। गीत में भगवान शिव की शक्ति और सुंदरता का वर्णन है।
शिव शंकर को जिसने पूजा गीत अनुराधा पौडवाल द्वारा गाया गया है और दिलीप सेन-समीर सेन द्वारा रचित है।