ओणम एक मलयाली त्यौहार है जो केरल और तमिलनाडु में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। भारत दक्षिण क्षेत्र में ओणम त्यौहार के 10 दिनों तक उत्सव जैसा माहौल रहता है।और इस त्योहार को मनाने के लिए केरल और तमिलनाडु के लोग बहुत दिन पहले से ही तैयारियां शुरू कर देते है। और यहाँ पर ओणम त्यौहार के 10 दिनों के नाम निम्नलिखित है –
एथम – इस दिन जल्दी उठकर भगवान की पूजा की जाती है।
चिथिरा – महिलाओं द्वारा पुष्प कालीन का निर्माण किया जाता है।
चोधी – इस दिन ओणम के लिए ख़रीदारी एवं तैयारियां शुरू हो जाती है।
विसाकम – चौथे दिवस पर पुष्प का कालीन बनाने की प्रतियोगिता आयोजित की जाती है।
अनिज़ाम – पांचवे दिन प्रसिद्ध नौका दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।
थ्रिकेता – इस दिन विभीन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
मूलम – इस दिन बाजरों में तरह- तरह खाद्य पदार्थों से सजावटें की जाती है।
पूरादम – इस दिन घरों में राजा महाबली और वामन अवतार की मूर्ति स्थापित की जाती है।
उथिरादम – ओणम के नौवें दिन राजा महाबलि के आने का इंतज़ार किया जाता है।
थिरुवोणम – थिरुवोणम ओणम के त्यौहार का आखिरी और मुख्य दिन होता है।
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