आज हम आपको एक बहुत ही खूबसूरत भजन मनवा चल वृन्दावन धाम लिरिक्स हिंदी में लेके आए है। जो की बहुत ही ज्यादा वायरल है ,और अधिक मात्रा में पसंद भी किया जा रहा है। इस भजन के लिरिक्स बहुत ही मधुर और मनमोहक भी है। आपको भी यह भजन पसंद आएगा जो की निचे विस्तार रूप से दिया गया है।
मनवा चल वृंदावन धाम,
मुरलिया बज रही श्याम की,
मुरलिया बज रही श्याम की,
मुरलिया बजाई श्याम की,
मनवा चल वृंदावन धाम,
मुरलिया बज रही श्याम की….
वृंदावन में बाघ बहुत है,
नाच रहे बा में मोर,
मुरलिया बाजे रही श्याम की,
मनवा चल वृंदावन धाम,
मुरलिया बज रही श्याम की…..
उड़-उड़ पंख गिरे जमुना में,
नंदकिशोर मुरलिया बाजे श्याम की,
मनवा चल वृंदावन धाम,
मुरलिया बज रही श्याम की….
उन पंखन को मुकुट बनाया,
बांध के नंद किशोर किशोर,
मुरलिया बाजे श्याम की,
मनवा चल वृंदावन धाम,
मुरलिया बज रही श्याम की…..
मुकुट पहर बरसाने पहुंचो,
रास रचाए रणछोड़,
मुरलिया बाज रही श्याम की,
मनवा चल वृंदावन धाम…..
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