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जानिये चाणक्य नीति स्त्री की ,ब्राह्मण की और राजा के ताकत की | Chanakya Niti Stri Ki

चाणक्य नीति स्त्री की ,ब्राह्मण की और राजा के ताकत की
February 17, 2023

लेख सारणी

चाणक्य नीति स्त्री – Chanakya Niti Stri Ki

 

आज हम आपको चाणक्य नीति स्त्री के बारे में बताने जा रहे है। हमारे हिन्दु शास्त्रों में तो स्त्री को शक्ति का स्वरूप बताया गया है। लेकिन चाणक्य ने बताया है कि स्त्रियों (महिलाओ) की सबसे बड़ी शक्ति क्या-क्या होती है। 

चाणक्य नीति स्त्री – चाणक्य ने महिलाओं की उन्नति/शक्ति के लिए कई प्रकार के विचारो को साझा किए है।  इन विचारों को यदि सही समय पर एवं सही तरीके से जीवन में उतारा जाए तो सफलता अवश्य ही प्राप्त होता है।

चाणक्य नीति स्त्री – शास्त्रों में तो स्त्री (महिला) को शक्ति का ही एक स्वरूप बताया गया है। परन्तु चाणक्य ने यह भी बताया है कि स्त्रियों की सबसे बड़ी शक्ति क्या होती है। एक श्लोक के माध्यम से चाणक्य ने महिलाओं के अलावा ब्राह्मण, राजा की सबसे बड़ी ताकत का जिक्र भी किया है। तो दोस्तों आइए जानते हैं उस श्लोक के बारे में। 

 

बाहुवीर्यबलं राज्ञो ब्राह्मणो ब्रह्मविद् बली।

रूप-यौवन-माधुर्यं स्त्रीणां बलमनुत्तमम्।।

 

चाणक्य नीति स्त्री – चाणक्य कहते हैं। कि स्त्रियों के लिए सबसे बड़ी ताकत होती है उनकी मधुर वाणी। इसके अतिरिक्त चाणक्य ने महिलाओं के सौंदर्य और रंग रूप को भी उनकी शक्तियों का एक हिस्सा बताया है। परन्तु मधुर वाणी की तुलना में शारीरिक सुंदरता को कुछ हद तक कम ही आंका जाता है। जो की उचित भी है। मधुर वाणी के दम पर स्त्रियां हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर ही लेती हैं। मधुर भाषी स्त्री का हर जगह पर मान-सम्मान भी होता है। स्त्री का ये ही गुण उसके कुल का मान-सम्मान को भी बढ़ाता है। और इस शक्ति/गुण के आधार पर घर की कई पीढियों को अच्छे संस्कार व गुण भी मिलते हैं। 

 

शक्ति ब्राह्मण की – Chanakya Niti Brahman Ki

 

चाणक्य की निति के अनुसार ब्राह्मण का ज्ञान ही उसकी सबसे बड़ी ताकत होती है।और पूंजी होती है। ब्राह्मण अपने ज्ञान के दम पर ही वह समाज में पद और मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा हासिल करता है। चाणक्य कहते की ज्ञान न सिर्फ ब्राह्मण का  बल्कि हर व्यक्ति की शक्ति की होती है। और जीवन का आधार भी होता है। व्यक्ति के जीवन में विपरित हालातों में केवल ज्ञान ही एक ऐसी शक्ति है। जो व्यक्ति को संकटों से उबारने में मदद भी करती है।

 

ताकत राजा की – Chanakya Niti Raja Ke Taqat Ki

 

किसी भी राजा का लंबे समय तक सत्ता में रहना व राज्य में राज करना उसके स्वंय के बाहुबल पर ही निर्भर करता है। राजा के पास चाहे कितने भी मंत्री-संत्री हो। ये सब कुछ होने के बावजूद अगर राजा दुर्बल हो तो वह ज्यादा दिन तक राजगद्दी पर नहीं रह सकता है। राजा यदि स्वंय शक्तिशाली होगा तो ही वह अपने शासन को भी ठीक तरीके से उसका सञ्चालन नहीं कर सकता है। लीडर के तौर पर देखा जाए तो जब तक लीडर मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत नहीं होगा तो न ही प्रबंधन ठीक होगा और न ही वह संस्थान को सुचारु रूप से चला पायेगा। 

 

अन्य जानकारी :-

 

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