लाल किताब के नियम – Lal Kitab Ke Niyam
लाल किताब के नियम – लाल किताब का ज्ञान,एक बहुत ही अच्छा ज्ञान है। इस किताब में उपायों के अलावा सहिंता का भी ज्ञान मिलता है। जिसे हम उसूल भी मान सकते है। और यदि आप अपने कर्म, लाल किताब के अनुसार सही रखेंगें। तो आपको किसी भी ज्योतिष विद्या के उपाए की जरुरत नहीं पड़ेगी और आपको किसी भी तरह का पूजा पाठ करने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। और आप सब जानते है यह सब आचार्य संहिता कुंडली के अनुसार बनाया गया है।
1.हमें झूठ नहीं बोलना है
लाल किताब के नियम – लाल किताब के अनुसार बताया गया है कि इस कुंडली में दूसरा खाना और तीसरा खाना बोलते है तो यह भी एक कला से ही संबंध रखता है। पहला तो यह है कि आपके पास क्या है और दूसरा है कि आप उससे क्या कर सकते हैं? यह इन बातो से संबंध रखता है। और अगर आप झूठ बोलेंगे तो आपके दूसरे तथा तीसरे भाव में मतलब की आपके खाने में अपने आप ही कोई गलत असर चला जाता है।
लाल किताब के नियम – और यह भी कहते है कि पहला मनसा, दूसरा वाचा और तीसरा कर्मणा। यह आपकी कुंडली में दूसरा भाव है। जो आपके ससुराल, धन और परिवार का है। और इसमें यह तीसरा भाव आपके कर्म और पराक्रम पर आधारित है। और अगर आप झूठ बोलते है तो आपका कर्म और पराक्रम कोई भी काम का नहीं रहेगा। इसके कारण ही आप जो भी काम करेंगे वो सब काम ही नष्ट हो जाएंगे। और अगर आपकी वाणी बुध है तो आप उसको भी इन्हीं कारणों से ख़राब कर देते है। ऐसा माना जाता है कि बुध ही लोगों के काम आता है संचार करने में और इसके नष्ट या खराब होने का मतलब है। जो भी व्यक्ति अगर सांसारिक और सामाजिक रूप से जुड़े रहते है, तो वे सभी अपने एक झूठ के कारण ही अलग हो जाते है। झूठ बोलने वाला व्यक्ति बहुत ख़राब और चतुर होता है।
2.झूठी गवाही नही दें
लाल किताब के नियम – यदि आप किसी के साथ या किसी के बोलने पर झूठी गवाही देते हो तो आप भी उसके पाप के बराबर के भागीदारी है। और ऐसा जरूरी नहीं है कि आपको एक कोर्ट में ही गवाही देनी पड़े। कई बार तो आप ऐसा करते है आप अपने दोस्त के लिए झूठी गवाई दे देते है। जैसे कि हम आपको उदहारण से समजते है जैसे की अगर मेरे घर से फ़ोन आये तो तू बोल देना की वो मेरे पास ही है। इसी प्रकार आपके दोस्त ने आपके खिलाफ झूठी गवाई दे दी तो आप दोनों ही पाप के भागीदार हों। इसी प्रकार कि बहुत सी ऐसी बातें जो हमारे लिए हमारे जीवन में घटित हो सकती हैं।
लाल किताब के नियम – बहुत से लोग तो संपत्ति तथा अन्य मामलों में अपनी झूठी गवाही देते हैं। और हम आपको कुंडली का 9वें भाव में बताएंगे जो कानून से संबंध रखता है। और इसमें धर्म स्थान के साथ साथ आपको भाग्य स्थान भी मिलता है। आप कितना ही झूठ बोल लो लकिन एक न एक दिन तो आपका झूठ सबके सामने आ ही जाता है। झूठ बोलने से आपको इतना नुकसान नहीं होता जितना आपको खाना नंबर 9 ख़राब होने से होता है।
3.अपने मुंह से अपशब्द कभी नहीं निकालें
लाल किताब के नियम – संसार में बहुत से ऐसे व्यक्ति हैं, जो हमेसा ही अपने जीवन में कटु वचन बोलते रहते है। उसके साथ वे अपने मुँह से अपशब्द भी निकलते है।और कहते हैं कि अपने शरीर से कटु वचन और अपशब्द तभी निकलते है। जब उस व्यक्ति का पूरी तरह से मानसिक और शारीरिक बल क्षीण हो जाता है। क्युकि उस व्यक्ति के पास सोचने और समझने कि क्षमता नहीं होती है। इसी प्रकार के लोग अपने घर के नाम पर कलंक है। इसलिए हम सभी को कभी भी अपने मुँह से कटु वचन और अपशब्द नहीं निकलने चाहिये।
4.कभी भी निर्दयी न बनें
लाल किताब के नियम – अगर आप कभी भी निर्दयता या क्रूरता करोगे तो आपका अपना हृदय मर जाता है। जैसे की आप कभी अपने मन में किसी भी जीव या निर्दोषी प्राणी के लिए आप दया नहीं करते है। तो आपके मन में क्रूर व्यक्ति और हिंसक पशु के लिए कोई फर्क नहीं है। क्युकि क्रूर व्यक्ति का मन बहुत ही खराब और खतरनाक होता है। किसी भी व्यक्ति के पंचम या नवम में मंगल या शनि का घोर असर होता है। तो वह व्यक्ति मंगल की जगह क्रूर और शनि से कुछ भी नहीं समझ सकता है।
लाल किताब के नियम – मंगल ग्रह की अनुसार शनि को 10वें और 11वें भाव का मालिक बताया गया है। और अगर आप क्रूरता करते हो तो आपका शरीर, आपके पिता और आपके परिवार की शांति को खत्म कर सकता है। और इसी कारण आपका कर्मभाव भी ख़राब हो जाता है। हर प्रकार से आपके जीवन का सुख खत्म होने लगता है। और आपके परिवार के प्रती आपका प्रेम ख़त्म हो जाता है। और अपने रिश्ते औपचारिक ही रह जाते हैं।
5.कभी भी अनीश्वरवाद नहीं बनें
लाल किताब के नियम – लाल किताब के अनुसार से जो भी व्यक्ति ईश्वर पर विश्वास न रखता हो। तो ऐसा करने से ईश्वर का विरोध होता है। इसलिए ऐसा व्यक्ति भ्रमित और विरोधाभासी ही कहलाता है। इसके साथ ही वह व्यक्ति किसी पर भी विश्वास नहीं रखता है। इसलिए ऐसे व्यक्ति को जीवन में बहुत से दुखों का सामना करना पड़ सकता है। या उसके जीवन के अंत में समक्ष मात्रा में अंधकार और अंधविश्वास रहता है। लाल किताब के अनुसार इस्वर सभी को देखने और सुनने वाला होता है। और किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में ऐसा नहीं सोचना चाहिय कि वो इस संसार में अपनी मर्जी से आया है। और ना ही वो इस संसार में अपनी मर्जी से जायेगा। इसलिए कभी भी हमें अपने जीवन में अंधविश्वास नई रखना चाहिये।
6.देवी-देवताओं में श्रद्धा का भाव रखें
लाल किताब के नियम – हमारे जो भी देवी या देवता है वो सभी ईश्वर के प्रतिनिधित्व हैं। वो सभी आपके अच्छे और बुरे कर्मों को देखते है। की आप कितना सच बोलते हो और कितना झूठ बोलते हो। और आप अच्छा काम कर रहे है या बुरा काम है। अपने इन सभी कर्मो को देखने वाले इन सबको देखने भी अपने सारे देवी और देवता ही है।
लाल किताब के नियम – जब आप लोग मंदिर जाते हो तो काली माँ, दुर्गा माँ, शिव जी, महाकाल, श्री राम जी, श्री कृष्णजी आदि के सामने खड़े होकर हम कुछ न कुछ मांगते है। और उनकी पूजा करते हो तो आप सब उस समय यह नहीं सोचते हो कि ये सभ भी हमारे देवी और देवता ही है। और यह हमरे बारे में सब जानते है और यह हमारे अच्छे और बुरे कर्मों को भी अच्छे से जानते है।अत: देवी देवताओं में हमें अपनी श्रद्वा और भक्ति को बढ़ाना चाहिये। और आप सभी अपने कुलदेवी और कुलदेवताओं की पूजा जरूर करें। अपने परिवार कि मर्यादा के अनुसार आप लोग पूजा पाठ करने में कभी भी आनाकानी ना करें।
7.कभी भी ब्याज का धंधा ना करें
लाल किताब के नियम – आप लोग यह बात तो जानते ही होंगे कि लाल किताब के अनुसार अगर हमे ब्याज का धंधा करते है तो हमरे ऊपर शनि का प्रकोप शुरु हो जाता है। यह प्रकोप हमें हमारे जीवन में किसी भी समय पर दण्ड दे सकता है। कभी-कभी तो यह हमें भयानक परिणाम भी दे सकते है कभी यह संचित कर्म का हिस्सा बन जाता है।
लाल किताब के नियम – ब्याज का धंधा करने वाले को बद् दुआ ज्यादा मिलती है। उसकी बुद्धि रुपयों को लेकर अलग ही तरह की निर्मित हो जाती है। वह अपने परिवार पर भी यदि किसी भी प्रकार का खर्च करना है तो अपने नुकसान के बारे में सोचता है।
8.हमेशा शाकाहारी बने रहें
लाल किताब के नियम – यदि अगर आपकी कुंडली में मंगल की स्थिति अच्छी नहीं है। तो आपको कभी भी मांस-मछली का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि यदि आपका खून खराब हो जाता है तो आपका मंगल ग्रह खराब हो जाता है। यदि आपका मंगल खराब हो जाता है तो आपके जीवन से पराक्रम, कार्य और शांति नष्ट हो जाती है। अगर आपका खून खराब हो जाता है तो आपके जीवन और भी कई और समस्याएं आ जाती है। बाद मे मंगल को ही अपराधी बना देते है। जो व्यक्ति जिस तरह का मांस खाता है, उस व्यक्ति के जीवन में उसी तरह का चरित्र और प्रवर्ति का विकास होगा। इसलिए हमें हमेशा शाकाहारी बने रहना चाहिए।
9.कभी भी शराब न पिएं
लाल किताब के नियम – जिस तरह से मांस खाने से आपका मंगल खराब होता है। उसी प्रकार शराब पीने से आपका शनि और राहु दोनों ख़राब हो जाते है। और राहु से ही हमारे दिमाग की ताकत बनती है। क्युकी शराब हमारे दिमाग पर असर करती है। जो कि हमारे लिए बिलकुल भी सही नहीं है।
लाल किताब के नियम – और बुध ग्रह जो है वो हमारी बुद्धि का ही एक कारण है। लेकिन जो भी ज्ञान हमारी बुद्धि के बाद भी पैदा होता है, उसका कारण राहु को ही बताया है। और राहु चलता है सिर्फ गुरु के कारण। अगर किसी भी व्यक्ति का राहु ख़राब हो जाता है तो वह व्यक्ति बेईमान और धोखेबाज भी हो जाता है। कोई भी व्यक्ति मद्यपान अर्थात संभोग से ज्यादा प्रेम रखता है। इसलिए कहते हैं कि शराब हमेसा एक जिंदा इंसान को भी शैतान बना देती है। लेकिन हम इस बात के हिसाब से कहना चाहेंगे कि वह उस व्यक्ति के राहु को ख़राब बना देती है। अगर आपका राहु खराब तो जाता है तो उसकी वजह से आपका गुरु भी नष्ट ही समझो।
10.कभी भी पराई स्त्री के साथ संबंध ना बनाएं
लाल किताब के नियम – यह सब तो आप भी जानते ही होंगे कि यह करना बहुत गलत है। इसी से तो आपका शुक्र पर असर पड़ता है और वो खराब हो जाता है। जिससे लक्ष्मी माता जी हमसे नाराज हो जाती है। अतः हमारे जीवन में धन, सुख और वैभव सब कुछ नष्ट हो जाता है। अगर आपकी शादी हो गई हो, और फिर भी आप किसी अन्य स्त्री के साथ सम्बंध बनाते तो आप बहुत गलत कर रहे हो ऐसा करने से आपको पाप जरूर मिलेगा। ऐसा नियम किसी भी स्त्री पर लागु हो सकता है। जो कि किसी भी मर्द के साथ संबंधों में है। यह बात लाल किताब के अनुसार बहुत गलत है और लाल किताब के अनुसार यह सबसे बड़ा और बुरा कर्म होता है। जिसका परिणाम व्यक्ति को आज नहीं, तो कल भुगतना ही पड़ेगा।
लाल किताब के नियम – इसके अलावा भी लाल किताब में बहुत से नियम बताए गए हैं। जैसे कि अच्छे तरीके से कपड़े पहनना बहुत जरूरी है। अपने कान और नाक को जरूर छिदवाना, दांतों को हमेसा साफ रखें, हमेशा सुबह कीकर की दातुन जरूर करें, हमेसा संयुक्त परिवार में रहें, अपने ससुराल से कभी भी कोई बैर नही रखें, हमेसा अपनी बहन और बेटीयों को खुश रखें तभी आप अपने जीवन में सफल होंगे और अपने जीवन में हमेसा आगे बढ़ेंगे।
अन्य जानकारी : –