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Lakshmi Mata Aarti Lyrics | लक्ष्मी माता की आरती हिंदी में | ॐ जय लक्ष्मी माता

लक्ष्मी माता की आरती
January 19, 2022

लक्ष्मी माता की आरती – लक्ष्मी माता की आरती की विवरण देते हुए हम आपको बताना चाहते है की माँ लक्ष्य की महिमा अपरम्पार है।  माँ लक्ष्मी के अनगिनत रूप है हिन्दू धर्म में माँ के 9 रूप बताये गए है।

लक्ष्मी माता की आरती – माँ लक्ष्मी जी की आरती सभी शुभ कार्य में की जाती है।  दिवाली हिंदुओ का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है  और बिना लक्ष्य माता की आरती के ये त्यौहार अधूरा है। 

लक्ष्मी माता की आरती लिरिक्स हिंदी में 

लक्ष्मी माता की आरती

आइये लक्ष्मी माता की आरती का उच्चारण करते है।

 

महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।

हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥

पद्मालये नमस्तुभ्यं,नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।

सर्वभूत हितार्थाय,वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥

ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता ।

तुमको निसदिन सेवत,हर विष्णु विधाता ॥

उमा, रमा, ब्रम्हाणी,तुम ही जग माता ।

सूर्य चद्रंमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

दुर्गा रुप निरंजनि,सुख-संपत्ति दाता ।

जो कोई तुमको ध्याता,ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

तुम ही पाताल निवासनी,तुम ही शुभदाता ।

कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,भव निधि की त्राता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

जिस घर तुम रहती हो,ताँहि में हैं सद्‍गुण आता ।

सब सभंव हो जाता,मन नहीं घबराता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

तुम बिन यज्ञ ना होता,वस्त्र न कोई पाता ।

खान पान का वैभव,सब तुमसे आता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

शुभ गुण मंदिर सुंदर,क्षीरोदधि जाता ।

रत्न चतुर्दश तुम बिन,कोई नहीं पाता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

महालक्ष्मी जी की आरती,जो कोई नर गाता ।

उँर आंनद समाता,पाप उतर जाता ॥

॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥

ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता ।

तुमको निसदिन सेवत,हर विष्णु विधाता ॥

                                                                       (Lakshmi Mata Aarti)

Om Jai Lakshmi Mata

Uma Rama Bharmani, Tum Hi Jag Mata,
Surya Chandrma Dhyavat Naard Rishee Gata.
Om Jai Lakshmi Mata

Durga Roop Niranjani, Sukh Sampati Data,
Jo Koi Tum Ko Dhayata, Riddhi Siddhi Pata.
Om Jai Lakshmi Mata

Tum Patal Nivasini, Tum Hi Shubh Data,
Karam-Prabhav-Prakashini, Bhav Nidhi Ki Trata.
Om Jai Lakshmi Mata

Jis Ghar Main Tum Rahti, Sub Sadgun Aata,
Sub Sambhav Ho Jata, Man Nahi Ghabrata.
Om Jai Lakshmi Mata

Tum Bin Yagya Na Hove, Vastra No Koi Pata,
Khan-Pana Ka Vaibhav, Sub Tumse Pata.
Om Jai Lakshmi Mata

Shubhgun Mandir Sundar, Sheerodadhi Jata,
Ratan Chaturdhsh Tum Bin, Koi Nahi Pata.
Om Jai Lakshmi Mata

Mahalakshmi Ji Ki Aarti, Jo Koi Nar Gata,
Urr Anand Samata, Pap Utar Jata.
Om Jai Lakshmi Mata

Sthir Char Jagat Bchaye Shubh Karam Nar Lata,
Ram Pratap Maiya Ki Shubh Drashti Chahta.
Om Jai Lakshmi Mata

 

 

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