Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the astrocare domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in C:\inetpub\vhosts\astroupdate.com\httpdocs\wp-includes\functions.php on line 6114
हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है ,महत्व और इतिहास | Hindi Diwas
Loading...
Mon - Sun - 24 Hourse Available
info@astroupdate.com
हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है ,महत्व और इतिहास | Hindi Diwas
February 25, 2023

हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है ,महत्व और इतिहास | Hindi Diwas

हिन्दी दिवस – Hindi Diwas

 

राष्ट्रीय हिन्दी दिवस प्रत्येक वर्ष भारत में 14 सितंबर को ही मनाया जाता है। इसके अतिरिक्त 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस भी मनाया जाता है। इन दोनों तारीखों के पीछे भी इतिहास है।

राष्ट्रीय हिन्दी दिवस की बात की जाए तो इसी दिन वर्ष 1949 में संविधान सभा में  एक मत से यह निर्णय लिया कि भारत देश की राजभाषा केवल हिन्दी ही होगी। देश के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू ने 14 सितंबर को प्रत्येक वर्ष हिन्दी दिवस मनाने का फैसला सुनाया।

वहीं विश्व हिन्दी दिवस प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को ही मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन वर्ष 1975 में नागपुर में पहले विश्व हिन्दी सम्मेलन के कत्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें 30 देशों से 122 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन का उद्देश्य यह था की हिन्दी भाषा को अधिक से अधिक बढ़ावा मिले। इसकी वर्षगांठ के उपलक्ष में ही प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। विश्व हिन्दी दिवस प्रथम बार 2006 में पूर्व भारत के प्रधान मंत्री श्री डॉ. मनमोहन सिंह के द्वारा दुनिया भर में हिन्दी भाषा को अधिक से अधिक बढ़ावा देने के सकारात्मक उद्देश्य से मनाया गया।

हिन्दी को इसका नाम फारहिन्दी को इसका नाम फारसी शब्द हिंद से मिला है, जिसका अर्थ है ‘सिंधु नदी की भूमि’। 11वीं शताब्दी की शुरुआत में तुर्की के आक्रमणकारियों ने क्षेत्र की भाषा को हिन्दी यानी, ‘सिंधु नदी की भूमि की भाषा’ नाम दिया। यह भारत की आधिकारिक भाषा है, वहीं, अंग्रेजी दूसरी आधिकारिक भाषा है। भारत के बाहर कुछ देशों में भी हिन्दी बोली जाती है, जैसे मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो और नेपाल में। हिन्दी अपने वर्तमान स्वरूप में विभिन्न अवस्थाओं के माध्यम से उभरी, जिसके दौरान इसे अन्य नामों से जाना जाता था।सी भाषा शब्द हिंद से ही प्राप्त हुआ है।  जिसका तात्पर्य ये है की ‘सिंधु नदी की भूमि’ । 11वीं शताब्दी के प्रारम्भ में तुर्की के आक्रमणकारियों ने इस क्षेत्र की भाषा को हिन्दी को यानी, ‘सिंधु नदी की भूमि की भाषा’ नाम दिया था । यह भारत देश की आधिकारिक भाषा भी है, वहीं, अंग्रेजी भाषा दूसरी आधिकारिक भाषा मानी जाती है। भारत देश के बाहर भी कुछ देशों में भी हिन्दी भाषा बोली जाती है।  जैसे मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद एवं टोबैगो और नेपाल में भी हिन्दी भाषा बोली जाती है । हिन्दी अपने वर्तमान स्वरूप में अलग अलग अवस्थाओं के माध्यम से उभरी थी जिसके दौरान इस भाषा को अन्य नामों से भी जाना जाता था।

 

हिन्दी दिवस का महत्व  – Hindi Diwas Ka Mahtav

 

हमारी हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने हेतु भारत में सभी जगह इसके उपयोग करने की सलाह भी दी जाती है। जहां ज़्यादातर अंग्रेज़ी भाषा का उपयोग होता है। इसके लिए 14 सितंबर से शुरू होकर 21 सितंबर तक राजभाषा सप्ताह के रूप में यह मनाया जाता है। इस दौरान भारत देश में कई प्रकार के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

 

क्या है हिन्दी दिवस का इतिहास – Hindi Diwas Ka Itihas

 

हिन्दी भारत देश की प्रथम और विश्व भर में ऐसी तृतीय भाषा है। जिसे सबसे अधिक  बोला जाता है। भारत देश में 70 प्रतिशत से भी ज्यादा लोग हिन्दी भाषा का उपयोग करते हैं। हमारे संविधान की धारा 343(1) के तहत हिन्दी और लिपि देवनागरी भारतीय संघ की राजभाषा मानी जाती है। संविधान सभा में होने वाली एक लंबी चर्चा होने के बाद 14 सितंबर को 1949 को हिन्दी भाषा को को भारत देश की राजभाषा के रूप में माना गया। तभी से 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है और 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। 

 

हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है Hindi Diwas Kyo Mnaya Jaata Hai 

 

14 सितंबर को हिन्दी के महान साहित्यकार व्यौहार श्री राजेंद्र सिंह जी का जन्मदिन भी है। इसलिए इनके जसनं दिवसड को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। हिन्दी को विशेष प्रकार का दर्जा दिलवाने में गोविंद दास,हजारी प्रसाद द्विवेदी,काका कालेलकर एवं मैथिलीशरण गुप्त का विशेष योगदान रहा है। वर्ष 1918 में महात्मा गांधी ने एक हिन्दी के साहित्य सम्मेलन के दौरान हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने हेतु   कहा था। 

 

फ़ारसी के शब्द हिन्द से बना हिन्दी

 

हिन्दी का नाम फारसी भाषा के शब्द ‘हिंद’ से लिया गया है। जिसका तात्पर्य है ‘’सिंधु नदी की भूमि’’ फारसी बोलने वाले तुर्की आक्रमणकारी जिन्होंने गंगा के मैदान और पंजाब पर आक्रमण किया था। 11वीं शताब्दी की शुरुआत में सिंधु नदी के तट पर बोली जाने वाली भाषा को ‘हिंदी’ नाम दिया गया था। यह भाषा भारत देश की आधिकारिक भाषा है। एवं संयुक्त अरब अमीरात में एक मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक भाषा भी है। 

 

अनसुनी बातें हिन्दी भाषा को लेकर 

 

  • हिन्दी की पहली कविता विद्द्वान कवि ‘अमीर खुसरो’ ने ही लिखी थी। हिन्दी भाषा के इतिहास पर किताब लिखने वाला प्रथम लेखक भारतीय मूल का नहीं था। बल्कि वह एक फ्रांसीसी लेखक Grasim the Taisi ही था।

  • वर्ष 1977 में, हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पूर्ण गर्व के साथ हिन्दी भाषा के प्रति सम्मान का प्रदर्शन करते हुए संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी भाषा में ही अपना भाषण की प्रस्तुति दी।

  • 26 जनवरी वर्ष 1950 को संसद के अनुच्छेद 343 के माध्यम से हिन्दी भाषा को प्राथमिक भाषा का दर्जा दिया गया था

  • ऑक्सफोर्ड की डिक्शनरी में ‘’अच्छा’’ और ‘’सूर्य नमस्कार’’ जैसे अनेक हिन्दी के शब्दों को शामिल किया है।
  • पूर्ण हिन्दी भाषा में पहली हिन्दी फीचर फिल्म भी ‘राजा हरिशचंद्र’ थी।

  •  साल 1950 में हिन्दी भाषा को राजभाषा का दर्जा मिल गया था।

  • वर्ष 2009 में गूगल ने भी अपने सर्च इंजन में भी हिन्दी की शुरुआत कर दी थी।

  • भारत देश के अलावा मॉरीशस, फिलीपींस, नेपाल, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद, तिब्बत एवं पाकिस्तान में भी हिन्दी भाषा का उपयोग किया जाता है। एवं समझी जाती है।

अन्य जानकारी :-

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *