Bhairo Baba Ki Aarti – हिन्दू धर्म में भैरो बाबा को कालों के काल महाकाल कहा जाता है। इनका एक नाम काल भैरो भी जो काफी प्रसिद्द है। उज्जैन (मध्य प्रदेश) में काल भैरो का बहुत ही विशाल मंदिर भी बना हुआ है जहाँ उनके दर्शन करने के लिए देश विदेश से श्रद्धालु और भक्त आते हैं।
Bhairo Baba Ki Aarti – मदिरापान कर के अपने भक्तों का दुःख हरने वाले भैरो बाबा को भगवान् शिव जी का ही रौद्र रूप माना गया है। ऐसा माना जाता हैं कि उज्जैन नगरी के हर कण-कण में भैरो बाबा का वास होता है।
Bhairo Baba Ki Aarti – उज्जैन के काल भैरो मंदिर में भक्तों का जमावड़ा प्रतिदिन दिन लगा ही रहता है, उनके अनेको चमत्कारों के किस्से पूरे उज्जैन (मध्य प्रदेश) में काफी प्रसिद्ध है।
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा
जय काली और गौर देवी कृत सेवा
जय भैरव देवा…….
तुम्ही पाप उद्धारक दुःख सिन्धु तारक
भक्तो के सुख कारक भीषण वपु धारक
जय भैरव देवा……..
वाहन श्वान विराजत कर त्रिशूल धारी ।
महिमा अमित तुम्हारी जय जय भयहारी ॥
जय भैरव देवा……..
तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होवे
चौमुख दीपक दर्शन दुःख खोवे
जय भैरव देवा……….
तेल चटकी दधि मिश्रित भाषावाली तेरी ।
कृपा कीजिये भैरव, करिए नहीं देरी ॥
जय भैरव देवा…….
पाँव घुँघरू बाजत अरु डमरू दम्कावत ।
बटुकनाथ बन बालक जल मन हरषावत ॥
जय भैरव देवा……
बटुकनाथ की आरती जो कोई नर गावे
कहे धरनी धर नर मनवांछित फल पावे
जय भैरव देवा……..