खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए | Khatushyam ji Ke Kab Jaana Chaahiye

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – Khatushyam ji Ke Kab Jaana Chaahiye

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – आइये दोस्तों आज हम आप लोगों को इस लेख के द्वारा खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए। इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। जिसमें हम आप लोगों को खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए। और अन्य जानकारी के साथ-साथ खाटू श्याम जी के जाने की संपूर्ण यात्रा कैसे की जाती है।  इसके बारे में आपको बताएँगे। 

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – खाटू श्याम बाबा की महिमा का उल्लेख करते हुए अनेको प्रकार की पौराणिक कथाओं में बताया गया है। जो भी व्यक्ति यदि सच्चे मन से सिर्फ खाटू श्याम बाबा के नाम का ध्यान करता है और स्मरण करता है। तो वो व्यक्ति अपने जीवन की  समस्त कष्टों और परेशानियों से मुक्त हो जाता है। अब आप लोग सोचिए की जब खाटू श्याम बाबा के नाम में ही इतनी शक्ति है। तो खाटू श्याम जी के दर्शन प्राप्त करने के बाद बाबा से की गई प्रार्थना में कितनी प्रभाषाली और शक्ति वाली हो सकती है। 

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – इसी वजह से आज हम खाटू श्याम बाबा की महान शक्तियों को और महिमा को ध्यान में रखते हुए खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए कब जाना चाहिए एवं खाटू श्याम जी के जाने की संपूर्ण इस मांगलिक यात्रा कैसी होती है। और खाटू श्याम जी के जाने से कौन-कौन से लाभ भक्तो को प्राप्त होते हैं। इस बारे में संपूर्ण जानकारी आपको बताने वाले है। यदि आप लोग भी खाटू श्याम जी के दर्शन करने के लिए जाने की सोच रहे हैं। तो फिर इस लेख में बताई गई खाटू श्याम बाबा से संबंधित जानकारी दी जा रही है। जो आप लोगों के लिए बहुत उपयोगी सिद्द हो सकती है। इसीलिए आपने निवेदन है की इस लेख को आप शुरू से अंत तक जरूर पढ़े आपको अनेको जानकारी प्राप्त होगी। 

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए और क्यों जाना चाहिए 

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – यदि आपकी श्रद्धा है तो आप लोग खाटू श्याम जी के कभी भी दर्शन के लिए जा सकते हैं। क्योंकि ईश्वर के दर्शन लाभ करने का कोई निश्चित समय नहीं होता है।  जब आपका दिल करे तब आप उनके दर्शन लाभ के लिए मंदिर जा सकते हैं। परन्तु अनेको  प्रकार के धार्मिक ग्रंथों एवं ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार हर देवी देवता को सप्ताह के प्रत्येक दिन समर्पित होते है। जिन को अपने ध्यान में रखते हुए हर देवी-देवता के दर्शन करने के बाद उनकी विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करने के बाद ही आपकी पूजा संपन्न होती है। विधि से सम्पूर्ण पूजा करने से ही आपकी पुकार सीधी ईश्वर तक पहुँचती है। 

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – इसी वजह से किसी भी देवी-देवता की पूजा-अर्चना करने या फिर दर्शन करने हेतु  आपको उस देवी या देवता को समर्पित दिन का जरूर ध्यान में रखते ही मंदिर में दर्शन के लिए जाना चाहिए। तभी आपकी यात्रा पूर्ण रूप से सफल मानी जाएगी।  ऐसे में खाटू श्याम बाबा के सम्बन्ध में ऐसी मान्यता है कि प्रत्येक वर्ष की फागुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी खाटू श्याम बाबा को पूर्ण रूप से समर्पित है श्याम बाबा भगवान् श्री कृष्ण के कलयुगी रूप में राजस्थान राज्य के सीकर जिले में उत्पन्न हुए थे। खाटू श्याम जी के मंदिर प्रांगण की मिट्टी के भी अद्भुद चमत्कार भी भक्त मानते है। 

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – इसी वजह से वहां इनका बहुत ही विशाल मंदिर बना गया है। यहाँ पर प्रत्येक वर्ष  फागुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को उनका जन्म दिवस मनाया जाता है।  और बहुत ही धूमधाम से बाबा का लख्खी मेला भी लगता है। और इसी दिन लाखो की संख्या में भक्त यहाँ आते है और बाबा के दर्शन करके अपनी मनोकामना पूर्ण करने की बाबा से प्रार्थना करते हैं। और भक्त अपने जीवन से सभी कष्टों को दूर करने के लिए बाबा से प्रार्थना भी करते है। खाटू श्याम बाबा अपने भक्तो के जीवन से सभी कष्टों को नष्ट करके उनके जीवन में खुशिया भर देते है। 


खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – यदि आप भक्तगण फागुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को खाटू श्याम बाबा के दर्शन करने जाएंगे। तो आप भक्तो को खाटू श्याम बाबा के दर्शन करने की और यात्रा को पूर्ण रूप से सफल होगी। यह दिन खाटू श्याम बाबा को ही पूर्णरूप से समर्पित है। इसी दिन खाटू श्याम जी का जन्म हुआ था। इसीलिए इस दिन खाटू श्याम बाबा अपने भक्तो को कभी भी खली हाथ वापस नहीं भेजते है। 

खाटू श्याम जी जाने के माध्यम 

खाटू श्याम जी के मंदिर में जाने के सभी प्रकार के माध्यम मौजूद है। आप ट्रैन,बस,यदि आप कही दूर से बाबा के जाने के लिए आरहे है तो आपके लिए हवाई जहाज का माध्यम भी है। जो आपको जयपुर अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। वह से आप बस से बाबा के दरबार में पहुंच सकते हो। और आप ओपन निजी वहां से से बाबा के मंदिर में दर्शन के लिए जा सकते है। 

बाबा के दर्शन से पहले के कुछ नियम 

खाटू श्याम जी के दर्शन करने से पहले आपको कुछ बातो का पालन करना चाहिए। जिससे आपकी यात्रा सफल होगी और आप की दर्शन करने का लाभ भी प्राप्त होगा। 

  • खाटू श्याम बाबा के दर्शन  का लाभ प्राप्त करने के लिए आप सबसे पहले खाटू श्याम कुंड में स्नान कर अपने तन को पवित्र अवश्य करें। 
  • कुंड में स्नानं करने के बाद स्वच्छ वस्त्र को धारण करके खाटू श्याम बाबा के दर्शन के लिए लगी लाइन में लगे और बाबा के दर्शन करें। 
  • श्याम बाबा के दर्शन करने के लिए आप धूपबत्ती और देसी घी साथ लेकर भी जा सकते है। 
  • आप जब खाटू श्याम बाबा की प्रतिमा के समक्ष पहुंच जाएँ तो उनके सामने धूपबत्ती एवं देसी घी का दीपक जलाकर बाबा को कच्चे दूध एवं चूरमा के लड्डू का भोग भी लगाएं। 
  • दर्शन करेने के पश्चात आपकी जो भी मनोकामना है। वह आप श्याम बाबा से बताएं। ऐसा करेंगे तो आपकी मनोकामना जरूर पूरी हो जायेगी। 
  • इस तरह से नियमो का पालन करते हुए आप खाटू श्याम के दर्शन के लिए जायेंगे तो आपकी यात्रा सफल होगी और आपकी मनोकामना भी पूर्ण होगी। 
खाटू शयाम जी के जाने के लाभ  

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – खाटू श्याम बाबा भगवान् श्री कृष्ण जी के कलियुगी अवतार माने जाते है  इसी कारण  श्रीमद्भगवद्गीता में और सुंदरकांड का बहुत ही अच्छे श्याम बाबा का  वर्णन भीब किया गया है जिसमे खाटू श्याम बाबा के दर्शन लाभ प्राप्त करने के कुछ खास लाभ भी बताए गए हैं जिन्हें आज हम आज आप लोगों को इस लेख के माध्यम से बताने जा रहे है। खाटू श्याम जाने के कुछ इस प्रकार के लाभ भक्तो प्राप्त होते हैं जैसे :

  • भक्तो की समस्त प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण करें।
  • भटके हुए भक्त को उत्तम राह दिखाएं। 
  • हारे हुए व्यक्ति को फिर से नया जीवन जीने का हौसला दिलाए। 
  • बाबा की भक्ति करने वाले भक्तो को मोक्ष की प्राप्ति करवाएं। 
  • निरोग शरीर बनाएं। 
खाटू श्याम बाबा किसका रूप है 

खाटू श्याम बाबा भगवान् श्री कृष्ण के कलियुगी अवतार के रूप में पूजे जाते है। और भक्त बाबा की भक्ति करके आनंदमय जीवन जीते है। 

खाटू श्याम जी का मंदिर कहा पर है 

खाटू श्याम जी का मंदिर राजस्थान राज्य में जयपुर जिले के समीप सीकर जिले में है। रींगस से लगभग 18 किलोमीटर की दुरी पर बाबा का भव्य मंदिर बना हुआ है। 

खाटू श्याम बाबा कौन है 

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – खाटू श्याम बाबा के रूप में जिसकी हम भक्त पूजा करते है वह घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक थे।  उन्होंने अपने शीश का दान किया था तभी से भक्त उन्हें शीश का दानी भी कहते है। 

खाटू श्याम जी के कब जाना चाहिए – तो दोस्तों आज हमने आप भक्तो को आज इस लेख में खाटू श्याम बाबा के दर्शन करने कब जाएं। इसके बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करने की भरपूर कोशिश की है। यदि आप भक्तो ने इस लेख को शुरुआत से अंत तक पढ़ा होगा। तो आप लोगों को खाटू श्याम जी से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त हो गई होगी। तो मित्रों हम उम्मीद करते हैं। आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी बहुत पसंद आई होगी और साथ में भक्तो केलिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।

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