पितृ दोष निवारण के उपाय
पितृ दोष निवारण के उपाय – यदि आपके हर काम में रुकावटें आरही है। बनते बनते काम बिगड़ रहे है। और अचानक से आपके जीवन में कोई भी समस्या उत्पन्न हो रही हो जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते और फिर अचानक कोई घटना घट जाये तो मान लीजिये की ये सब आपके पितृ दोष की वजह से ही ये सब हो रहा है।
भाद्रपद की पूर्णिमा के साथ पितृपक्ष शुरू हो जाते है। पितृपक्ष पूरे 15 दिनों तक रहते हैं। जो आश्विन मास की अमावस्या की तिथि के साथ समाप्त होजाते है। इन दिनों में पितरों का तर्पण एवं श्राद्ध किया जाता है। ऐसा माना जाता है। कि पितृपक्ष के दौरान हमारे पितर पृथ्वी पर आ जाते हैं। जिससे उनका श्राद्ध कर्म करके वे मोक्ष की प्राप्ति कर सके।
पितृ दोष निवारण के उपाय – ऐसा माना जाता है। कि जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष चल रहा है। वह लोग भी इस अवधि में कुछ उपायो को करके इस समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं क्या है पितृ दोष, साथ ही जानते है इसके लक्षण, इसकी वजह और आसान उपाय।
पितृ दोष निवारण के उपाय – ऐसा माना जाता है। किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके अंतिम संस्कार को विधि विधान से न किया जाए या फिर उस व्यक्ति की असामयिक मृत्यु हो जाए तो उस व्यक्ति से जुड़े परिवार के सभी सदस्यों को पितृ दोष का सामना करना पड़ता है। यह एक पीढ़ी ही नहीं रहता बल्कि पीढ़ियों दर पीढ़ियों चलता ही रहता है। इसका निवारण करना बहुत आवश्यक है।
संतान सुख ना मिलना
पितृ दोष निवारण के उपाय – यदि किसी दंपति को अनेको उपाय करने के बाद भी कोई संतान सुख प्राप्त नहीं हो रहा है। या फिर उत्पन्न हुए संतान मंदबुद्धु (मानसिक विकार) विकलांग आदि होती है। या फिर बच्चे के पैदा होते ही उसकी मृत्यु का हो जाना।
हानि होना
आपके बिजनेस में या आपकी नौकरी में किसी तरह से हानि होना भी पितृदोष का ही कारण हो सकता है।
परिवार में कलह का होना
आपके घर में रह रहे लोगों के बीच किसी भी प्रकार की बात पर बार -बार वाद-विवाद होता रहता है। तो यह भी पितृदोष का कारण हो सकता है।
कोई न कोई घर में बीमार रहना
आपके घर में मौजूद सभी सदस्यों में से किसी न किसी का हमेशा बीमार रहना भी पितृ दोष के कारण ही होसकता है।
विवाह का न होना
आपके घर में किसी भी सदस्य के विवाह में किसी न किसी तरह की अड़चन आना या फिर विवाह हो जाने के पश्च्यात तलाक तक बात का पहुंच जाना भी पितृ दोष के कारण हो सकता है।
दुर्घटना का सामना करना
पितृदोष होने के कारण व्यक्ति को दुर्घटनाओं का सामना भी करना पड़ता है।
पितृ दोष होने के कारण
रोज माला चढ़ाएं
यदि आपकी आपकी कुंडली में पितृदोष है। तो आप अपने पितरों की तस्वीर को दक्षिण दिशा की ओर लगाएं। और साथ ही रोजाना तस्वीर पर माला चढ़ाकर उनका स्मरण भी करें।
पीपल में जल चढ़ाएं
आप रोज पीपल के पेड़ पर दोपहर के समय में जल चढ़ाएं। और साथ ही फूल, अक्षत, दूध, गंगाजल एवं काले तिल भी चढ़ाएं। और अपने पितरों का स्मरण भी करें।
दीपक जलाएं
आप रोजाना शाम के समय में दक्षिण दिशा की ओर एक दीपक जरूर जलाएं। यदि आप रोजाना दीपक नहीं जला सकते, तो पितृपक्ष के दिनों में जरूर जलाएं।
विवाह करवाएं
यदि संभव हो सके तो आप पितृदोष से मुक्त पाने के लिए किसी भी गरीब कन्याओं का विवाह जरूर कराएं। यदि आप किसी के विवाह में मदद भी करते है तो ऐसा करने से भी पितृ दोष से आपकों मुक्ति मिल जाती है।
पितृ दोष निवारण के उपाय